
बॉलीवुड के किंग खान, शाहरुख खान, जिन्हें पूरा देश जानता है उनके नाम पर अब एक नया रिकॉर्ड जुड़ गया है। 33 साल के लंबे फिल्मी करियर में पहली बार उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड से नवाजा गया है। जी हां, हाल ही में 71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड समारोह में शाहरुख खान को उनकी सुपरहिट फिल्म ‘जवान’ के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला। इससे पहले शाहरुख ने पद्मश्री समेत कई बड़े सम्मान हासिल किए हैं, लेकिन यह उनका पहला राष्ट्रीय सम्मान था जो उनके लिए बेहद खास पल लेकर आया।
शाहरुख की जीत का सफर
शाहरुख को यह नेशनल अवॉर्ड 23 सितंबर 2025 को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में मिला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खुद जाकर उन्हें यह सम्मान दिया। जैसे ही उनका नाम कैलेकर हुआ, पूरे हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल जीवंत हो गया। किंग खान जब स्टेज पर गए तो उन्होंने आदाब के साथ नमस्ते किया, उनकी लाल और काले रंग की पोशाक पर सभी की नजरें टिकी थीं।
पद्मश्री सम्मान और अन्य उपलब्धियां
शाहरुख खान को 2005 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था, जो भारतीय नागरिकों के लिए बड़ी प्रतिष्ठा का संकेत है। उनके फिल्मी सफर में 30+ फिल्मों का योगदान शामिल है जो मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश भी देती हैं। उन्होंने आठ बार फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हैं, जिनमें बेस्ट एक्टर के कई अवॉर्ड हैं। ‘डर’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘स्वदेश’, ‘चेन्नई एक्सप्रेस’, और ‘जवान’ जैसी सुपरहिट डिस्कोग्राफी उनके नाम दर्ज है।
‘जवान‘ फिल्म का कमाल
‘जवान’ फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी। देश-विदेश में इस फिल्म ने 1160 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर, बॉक्स ऑफिस के कई रिकॉर्ड तोड़े। इस फिल्म में शाहरुख की एक्टिंग को आलोचकों और दर्शकों दोनों ने सराहा। शानदार कहानी, एक्शन और भावनाओं ने इस फिल्म को खास बना दिया।
अवॉर्ड शेयरिंग की अनोखी बात
इस अवॉर्ड समारोह में शाहरुख खान के साथ विक्रांत मैसी को भी बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला, जो उनकी फिल्म ‘12वीं फेल’ के लिए था। नियम के अनुसार, दोनों एक्टर्स को पुरस्कार राशि शेयर करनी पड़ी, जिससे उन्हें आधी-आधी रकम मिली। जबकि अवॉर्ड का मेडल और सर्टिफिकेट उन्हें अलग-अलग मिला।
शाहरुख के लिए यह अवॉर्ड क्यों खास है?
यह पहला मौका है जब बॉलीवुड के इस बादशाह को नेशनल अवॉर्ड मिला। 33 वर्षों के संघर्ष और कड़ी मेहनत के बाद यह सम्मान उनके मेहनत का फल है। यह पुरस्कार उनकी उपलब्धियों की लंबी लिस्ट में नया मुकाम जोड़ता है। शाहरुख ने अपनी नौकरी, संघर्ष, और फिल्मों के जरिए देश-विदेश में भारतीय सिनेमा का नाम ऊँचा किया है। इस पुरस्कार से स्पष्ट हो गया है कि उनका योगदान केवल नब्ज तक नहीं बल्कि दिल तक लोगों के बीच अपनी जगह बना चुका है।
समापन में
शाहरुख खान की यह उपलब्धि उनके फैन्स के लिए खुशियों का जश्न है। यह पुरस्कार उनके लिए केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि 33 सालों की मेहनत का परिचायक भी है। पद्मश्री, फिल्मफेयर के अवॉर्ड और अब नेशनल फिल्म अवॉर्ड के साथ शाहरुख खान ने साबित किया है कि वे सिनेमा के सच्चे बादशाह हैं, जो ना केवल दर्शकों का दिल जीतते हैं बल्कि आलोचकों का भी सम्मान हासिल करते हैं। उनकी उपलब्धियों की लिस्ट लंबी है और यह नया अवॉर्ड उनके कैरियर की नई बुलंदियां तय करेगा।
यह देसी और सीधे दिल से निकली खबर है जो शाहरुख खान की फिल्म इंडस्ट्री में उनकी उड़ान को बयां करती है। किंग खान की यह जीत देश-विदेश में उनकी लोकप्रियता और प्रतिभा का जश्न है।
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